Article - 11 Feb 2022

अजंता के चित्रों में कलात्मकता के साथ ही, भारतीय जीवन दर्शन की भी श्रेष्ठ अभिव्यक्ति हुई है जिसे विभिन्न संकेतों एवं प्रतीकों के माध्यम से चिन्हित किया गया है।

11 Feb, 2022

  1. अजंता के चित्रों में- काल, विषय, संरक्षक आदि के माध्यम से परिचय
  2. चित्रकला की विशेषता में षडांग (6 अंग- रूपभेद, प्रमाणन, भाव, लावण्य योजना, सदृश्य, वर्णिका भंग)
  3. विषय की प्रस्तुति- एक जीवन दर्शन की कलात्मक अभिव्यक्ति- बौद्ध दर्शन संयम आधारित-संतोष, नैतिकता, आंतरिक आनंद एवं सौंदर्य पर विशेष बल
  4. प्रस्तुति के लिए- संकेतों का प्रभावशाली उपयोग। जैसे- कहानियां विभिन्न भावों के लिए साहित्य में मौजूद संकेतों का उन्नत उपयोग किया गया है।
Pravin Baraiya

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